🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 24 अक्टूबर 2018*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*
⛅ *शक संवत -1940*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - अश्विन*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - पूर्णिमा रात्रि 10:14 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र - रेवती सुबह 09:23 तक तत्पश्चात अश्विनी*
⛅ *योग - हर्षण सुबह 09:34 तक तत्पश्चात वज्र*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:22 से दोपहर 01:48 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:38*
⛅ *सूर्यास्त - 18:06*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - व्रत पूर्णिमा, माणेकठारी-कोजागरी-शरद पूर्णिमा, नवान्न पूर्णिमा, कार्तिक स्नान प्रारंभ, वाल्मीकि जयंती*
💥 *विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *कार्तिक मास में स्नान की महिमा* 🌷
➡ *24 अक्टूबर 2018 बुधवार से कार्तिक स्नान प्रारंभ ।*
💥 *विशेष ~ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार अभी अश्विन मास है ।*
🙏🏻 *कार्तिक मास में सूर्योदय से पहले स्नान करने की बड़ी भारी महिमा है और ये स्नान तीर्थ स्नान के समान होता है l*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *शरद पूर्णिमा* 🌷
➡ *24 अक्टूबर 2018 बुधवार को शरद पूर्णिमा है ।*
🌙 *शरद पूर्णिमा रात्रि में चन्द्रमा की किरणों में रखी हुई दूध – चावल की खीर का सेवन पित्तशामक व स्वास्थ्यवर्धक है | इस रात को सुई में धागा पिरोने से नेत्रज्योति बढ़ती है |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *शरद पूर्णिमा पर अध्यात्मिक उन्नति* 🌷
🙏🏻 *शरद पूनम रात (24 अक्तूबर 2018)बुधवार को आध्यात्मिक उत्थान के लिए बहुत फायदेमंद है । इसलिए सबको इस रात को जागरण करना चाहिए अर्थात जहाँ तक संभव हो सोना नही चाहिए और इस पवित्र रात्रि में जप, ध्यान, कीर्तन करना चाहिए ।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *कार्तिक मास में जप* 🌷
🙏🏻 *कार्तिक मास में अपने गुरुदेव का सुमिरन करते हुए जो "ॐ नमो नारायणाय" का जप करता है, उसे बहुत पुण्य होता है |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *कार्तिक मास* 🌷
🙏🏻 *स्कंद पुराण में लिखा है : ‘कार्तिक मास के समान कोई और मास नहीं हैं, सत्ययुग के समान कोई युग नहीं है, वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं है और गंगाजी के समान दूसरा कोई तीर्थ नहीं है |’ – ( वैष्णव खण्ड, का.मा. : १.३६-३७)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏
⛅ *दिनांक 24 अक्टूबर 2018*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*
⛅ *शक संवत -1940*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - हेमंत*
⛅ *मास - अश्विन*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - पूर्णिमा रात्रि 10:14 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र - रेवती सुबह 09:23 तक तत्पश्चात अश्विनी*
⛅ *योग - हर्षण सुबह 09:34 तक तत्पश्चात वज्र*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:22 से दोपहर 01:48 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:38*
⛅ *सूर्यास्त - 18:06*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - व्रत पूर्णिमा, माणेकठारी-कोजागरी-शरद पूर्णिमा, नवान्न पूर्णिमा, कार्तिक स्नान प्रारंभ, वाल्मीकि जयंती*
💥 *विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
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🌷 *कार्तिक मास में स्नान की महिमा* 🌷
➡ *24 अक्टूबर 2018 बुधवार से कार्तिक स्नान प्रारंभ ।*
💥 *विशेष ~ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार अभी अश्विन मास है ।*
🙏🏻 *कार्तिक मास में सूर्योदय से पहले स्नान करने की बड़ी भारी महिमा है और ये स्नान तीर्थ स्नान के समान होता है l*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *शरद पूर्णिमा* 🌷
➡ *24 अक्टूबर 2018 बुधवार को शरद पूर्णिमा है ।*
🌙 *शरद पूर्णिमा रात्रि में चन्द्रमा की किरणों में रखी हुई दूध – चावल की खीर का सेवन पित्तशामक व स्वास्थ्यवर्धक है | इस रात को सुई में धागा पिरोने से नेत्रज्योति बढ़ती है |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *शरद पूर्णिमा पर अध्यात्मिक उन्नति* 🌷
🙏🏻 *शरद पूनम रात (24 अक्तूबर 2018)बुधवार को आध्यात्मिक उत्थान के लिए बहुत फायदेमंद है । इसलिए सबको इस रात को जागरण करना चाहिए अर्थात जहाँ तक संभव हो सोना नही चाहिए और इस पवित्र रात्रि में जप, ध्यान, कीर्तन करना चाहिए ।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *कार्तिक मास में जप* 🌷
🙏🏻 *कार्तिक मास में अपने गुरुदेव का सुमिरन करते हुए जो "ॐ नमो नारायणाय" का जप करता है, उसे बहुत पुण्य होता है |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *कार्तिक मास* 🌷
🙏🏻 *स्कंद पुराण में लिखा है : ‘कार्तिक मास के समान कोई और मास नहीं हैं, सत्ययुग के समान कोई युग नहीं है, वेदों के समान कोई शास्त्र नहीं है और गंगाजी के समान दूसरा कोई तीर्थ नहीं है |’ – ( वैष्णव खण्ड, का.मा. : १.३६-३७)*
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