🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 30 अप्रैल 2019*
⛅ *दिन - मंगलवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार चैत्र)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - एकादशी रात्रि 12:18 तक तत्पश्चात द्वादशी*
⛅ *नक्षत्र - शतभिषा सुबह 08:16 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद*
⛅ *योग - इन्द्र 01 मई प्रातः 05:11 तत्पश्चात वैधृति*
⛅ *राहुकाल - शाम 03:37 से शाम 05:14 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:10*
⛅ *सूर्यास्त - 19:01*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - वरुथिनी एकादशी*
💥 *विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है lराम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *वरुथिनी एकादशी* 🌷
🙏🏻 *इस लोक और परलोक में भी सौभाग्य प्रदान करने वाली है ।जो फल दस हजार वर्षों तक तपस्या करने के बाद मनुष्य को प्राप्त होता है, वही फल इस वरुथिनी एकादशी का व्रत रखने मात्र से प्राप्त हो जाता है ।यमराज से डरनेवाला मनुष्य अवश्य वरुथिनी एकादशी का व्रत करें ।*
➡ *इस दिन ॐ नमो भगवते वासुदेव मंत्र का जप, श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ और रात्रि जागरण करने से पुण्य की प्राप्ति होती हैं ।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *पुण्यदायी तिथियाँ* 🌷
➡ *३० अप्रैल : वरूथिनी एकादशी (सौभाग्य, भोग, मोक्ष प्रदायक व्रत; १०,००० वर्षों की तपस्या के समान फल व माहात्म्य पढ़ने – सुनने से १०००० गोदान का फल )*
➡ *७ मई : अक्षय तृतीया (पूरा दिन शुभ मुहूर्त ) ( स्नान, दान, जप, तप, हवन आदि का अनंत फल )*
➡ *१५ मई : मोहिनी एकादशी ( उपवास से अनेक जन्मों के मेरु पर्वत जैसे महापापों का नाश ), विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर ११-३० तक ) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का लाख गुना फल )*
➡ *१७ -१८ मई : वैशाख शुक्ल त्रयोदशी से वैशाखी पूर्णिमा तक का प्रात: पुण्यस्नान सम्पूर्ण वैशाख मास – स्नान का फल व गीता पाठ अश्वमेध यज्ञ का फल देता है |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *वास्तु शास्त्र* 🌷
🏡 *बहुत से लोग अपने बेडरूम में वाॅश बेसिन लगवा लेते हैं। ऐसा करने से पति - पत्नी में अविश्वास बढ़ता है। अगर आपके कमरे में भी वाॅश बेसिन खुले में हो तो उसके आगे परदा लगा दें।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *मुलतानी मिटटी* 🌷
🌞 *जिसको भी गर्मी हो, पित्त है, आँखे जलती हों वह मुलतानी मिटटी लगाकर थोड़ी देर बैठे तो शरीर की गर्मी निकल जाये |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷🌻🌹🍀🌺🌸🍁💐🙏🏻
⛅ *दिनांक 30 अप्रैल 2019*
⛅ *दिन - मंगलवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार चैत्र)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - एकादशी रात्रि 12:18 तक तत्पश्चात द्वादशी*
⛅ *नक्षत्र - शतभिषा सुबह 08:16 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद*
⛅ *योग - इन्द्र 01 मई प्रातः 05:11 तत्पश्चात वैधृति*
⛅ *राहुकाल - शाम 03:37 से शाम 05:14 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:10*
⛅ *सूर्यास्त - 19:01*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - वरुथिनी एकादशी*
💥 *विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है lराम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *वरुथिनी एकादशी* 🌷
🙏🏻 *इस लोक और परलोक में भी सौभाग्य प्रदान करने वाली है ।जो फल दस हजार वर्षों तक तपस्या करने के बाद मनुष्य को प्राप्त होता है, वही फल इस वरुथिनी एकादशी का व्रत रखने मात्र से प्राप्त हो जाता है ।यमराज से डरनेवाला मनुष्य अवश्य वरुथिनी एकादशी का व्रत करें ।*
➡ *इस दिन ॐ नमो भगवते वासुदेव मंत्र का जप, श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ और रात्रि जागरण करने से पुण्य की प्राप्ति होती हैं ।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *पुण्यदायी तिथियाँ* 🌷
➡ *३० अप्रैल : वरूथिनी एकादशी (सौभाग्य, भोग, मोक्ष प्रदायक व्रत; १०,००० वर्षों की तपस्या के समान फल व माहात्म्य पढ़ने – सुनने से १०००० गोदान का फल )*
➡ *७ मई : अक्षय तृतीया (पूरा दिन शुभ मुहूर्त ) ( स्नान, दान, जप, तप, हवन आदि का अनंत फल )*
➡ *१५ मई : मोहिनी एकादशी ( उपवास से अनेक जन्मों के मेरु पर्वत जैसे महापापों का नाश ), विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर ११-३० तक ) (ध्यान, जप व पुण्यकर्म का लाख गुना फल )*
➡ *१७ -१८ मई : वैशाख शुक्ल त्रयोदशी से वैशाखी पूर्णिमा तक का प्रात: पुण्यस्नान सम्पूर्ण वैशाख मास – स्नान का फल व गीता पाठ अश्वमेध यज्ञ का फल देता है |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *वास्तु शास्त्र* 🌷
🏡 *बहुत से लोग अपने बेडरूम में वाॅश बेसिन लगवा लेते हैं। ऐसा करने से पति - पत्नी में अविश्वास बढ़ता है। अगर आपके कमरे में भी वाॅश बेसिन खुले में हो तो उसके आगे परदा लगा दें।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *मुलतानी मिटटी* 🌷
🌞 *जिसको भी गर्मी हो, पित्त है, आँखे जलती हों वह मुलतानी मिटटी लगाकर थोड़ी देर बैठे तो शरीर की गर्मी निकल जाये |*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷🌻🌹🍀🌺🌸🍁💐🙏🏻
0 comments:
Post a Comment