हिन्दू शास्त्रों के अनुसार
29 को हिन्दू नववर्ष नव संवत्सर साधारणनाम संवत्सर2074 शुरू हो जायेगे और साथ ही शुरू होगा माता देवी की पूजा -अर्चना चारो तरफ माता के गीतों , शंखो की ध्वनि सुनाई देगी लेकिन कुछ विद्वानों का मानना हैं कि नवरात्र 28 को हैं किसी ने कहा की 29 को हैं पंडित शक्ति मिश्रा ने बतायाकि चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा चैत्र दोनों ही दिन मनाया जा सकता हैं क्योंकि तिथि के अनुसार कलश स्थापना 28 को भी की जा सकती हैं और 29 को भी ।
नवरात्रि का तिथिवार वर्णन
वासंतिक नवरात्रि आरम्भ, कलश स्थापना
> 29 मार्च 2017 दिन बुधवार।
द्वितीया -क्षय तिथि।
>तृतीया- 30 मार्च 2017 दिन गुरूवार।
>चतुर्थी- 31 मार्च 2017 दिन शुक्रवार।
> पंचमी- 1 अप्रैल 2017 दिन शनिवार।
> षष्ठी- 2 अप्रैल 2017 दिन रविवार।
> सप्तमी- 3 अप्रैल 2017 दिन सोमवार।
> अष्टमी- 4 अप्रैल 2017 दिन मंगलवार।
> श्रीरामनवमी- 5 अप्रैल 2017 दिन बुधवार , नवरात्रि हवन और बलिदान।
> दशमी - 6 अप्रैल 2017 दिन गुरुवार नवरात्रि व्रत की पारणा।
शुभ मुहूर्त कलश स्थापना
पंडित शक्ति मिश्रा ने बतायाकि मंगलवार को कलश स्थापना के लिए अच्छा हैं । शुभ समय हैं सुबह 11 बजे से लेकर 12 : 32 बजे तक का समय हैं और उसके बाद विजय मुहूर्त 12 :20 से 12:44 तक फिर उसके बाद अमृत के चौघड़िया में 12 :32 से लेकर 2 बजे तक हैं । राहुकाल 3 बजे से लेकर 4 :30 बजे तक हैं यह समय शुभ है लेकिन राहुकाल होने की वजह से इस काल में कलश की स्थापना नहीं की जाती हैं । उन्होंने कहाकि वैसे बुद्धवार को ही ज्यादातर लोग कलश स्थापना करेंगे ।
29 को हिन्दू नववर्ष नव संवत्सर साधारणनाम संवत्सर2074 शुरू हो जायेगे और साथ ही शुरू होगा माता देवी की पूजा -अर्चना चारो तरफ माता के गीतों , शंखो की ध्वनि सुनाई देगी लेकिन कुछ विद्वानों का मानना हैं कि नवरात्र 28 को हैं किसी ने कहा की 29 को हैं पंडित शक्ति मिश्रा ने बतायाकि चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा चैत्र दोनों ही दिन मनाया जा सकता हैं क्योंकि तिथि के अनुसार कलश स्थापना 28 को भी की जा सकती हैं और 29 को भी ।
नवरात्रि का तिथिवार वर्णन
वासंतिक नवरात्रि आरम्भ, कलश स्थापना
> 29 मार्च 2017 दिन बुधवार।
द्वितीया -क्षय तिथि।
>तृतीया- 30 मार्च 2017 दिन गुरूवार।
>चतुर्थी- 31 मार्च 2017 दिन शुक्रवार।
> पंचमी- 1 अप्रैल 2017 दिन शनिवार।
> षष्ठी- 2 अप्रैल 2017 दिन रविवार।
> सप्तमी- 3 अप्रैल 2017 दिन सोमवार।
> अष्टमी- 4 अप्रैल 2017 दिन मंगलवार।
> श्रीरामनवमी- 5 अप्रैल 2017 दिन बुधवार , नवरात्रि हवन और बलिदान।
> दशमी - 6 अप्रैल 2017 दिन गुरुवार नवरात्रि व्रत की पारणा।
शुभ मुहूर्त कलश स्थापना
पंडित शक्ति मिश्रा ने बतायाकि मंगलवार को कलश स्थापना के लिए अच्छा हैं । शुभ समय हैं सुबह 11 बजे से लेकर 12 : 32 बजे तक का समय हैं और उसके बाद विजय मुहूर्त 12 :20 से 12:44 तक फिर उसके बाद अमृत के चौघड़िया में 12 :32 से लेकर 2 बजे तक हैं । राहुकाल 3 बजे से लेकर 4 :30 बजे तक हैं यह समय शुभ है लेकिन राहुकाल होने की वजह से इस काल में कलश की स्थापना नहीं की जाती हैं । उन्होंने कहाकि वैसे बुद्धवार को ही ज्यादातर लोग कलश स्थापना करेंगे ।
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